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सयुंक्त निदेशक डा दयाल शरण के नेतृत्व में फोरेंसिक साइंस लैबोरेट्री रूद्रपुर ( rfsl ) मेंं एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (कार्यशाला) आयोजित किया गया।

उत्तराखंड, ऊधमसिंह नगर

8/4/2022

 

सयुंक्त निदेशक डा दयाल शरण के नेतृत्व में फोरेंसिक साइंस लैबोरेट्री रूद्रपुर ( rfsl ) मेंं एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम (कार्यशाला) आयोजित किया गया।

कार्यक्रम का शुभ आरम्भ मुख्य अतिथि एस.एस.पी ऊधमसिंह नगर तथा

विशिष्ट अतिथि ए डी एम/अधिशासी निदेशक ग्राम विकास संस्थान रूद्रपुर आर,डी पालीवाल और मुख्य ट्रेजरी ऑफिसर पंकज शुक्ल ऊधमसिंह नगर द्वारा किया गया । पालीवाल जी व पंकज शुक्ल जी ने फोरेंसिक के विषय में आइ पी सी,तथा साक्ष्यों को घटनास्थल से लेकर न्यायालय पालिका तक के सफर में फोंरेंसिक की महत्वपूर्ण जानकारी दी एस .पी. हरिश वर्मा ने कहा कि आज का युग बैज्ञानिक तकनीक का युग है

अपराधी बहुत हाइटेक तरीके से घटनाओं को अन्जाम देते है अतः बैज्ञानिक विवेचना द्वारा ही इन पर अंकुश लगाया जा सकता है।प्रशिक्षण में मुख्य वक्ता प्राचार्य मेडिकल कॉलेज अल्मोड़ा डा सी पी भैसोड़ा, सिनियर कल्सलटेंट राजकीय अस्पताल बहेड़ी डा सुरेश कटारिया तथा इन्सपेक्टर संजय जोशी द्वारा कुमाऊं जनपद के 40 {si} विवेचना अधिकारीयों को प्रशिक्षण दिया गया।प्रशिक्षण में फोरेंसिक टीम को घटना स्थल सें साक्ष्यों को एकत्रित कर प्रजर्व करना, फुटप्रिंट ,फिंगर प्रिंट, खून के नमूनों को एकत्रित करना ,डी एन ए सेम्पलिंग, तथा फोरेंसिक के बिषय मेंं विस्तृत जानकारी दी गई।

प्रशिक्षण का समापन (dig) पुलिस उपमहानिरीक्षक कुंमाऊं डा नीलेश आनंद भरने द्वारा किया गया।इस अवसर पर डी आइ जी साहब ने कहा कि केशों का अनावरण वैज्ञानिक विवेचना द्वारा किया जाना चाहिए ।विवेचना अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा फोरेंसिक सांइस का उपयोग करना आवश्यक है।तभी हम अपराधियों को सलाखों के पिछे पहुंचा कर पीड़ित तथा जनता को सही न्याय दिला सकते है.। विभाग के संयुक्त निदेशक डा दयाल शरण ने कहा कि आज की बढती हुई आपराधिक पृष्ठ भूमि में फोरेंसिक सांइस अपराधियों के लिए दोधारी तलवार है इसके अकाट्य साक्ष्यों से अपराधी बच नहीं सकते ,यह एक अपराध विज्ञान है जो सभ्य समाज में रह रहे असभ्य, बर्बर एवं दुर्दान्त अपराधियों को दंडित कराने का घातक शस्त्र है। अपराधी कितना ही शातिर क्यों ना हो अपराध विज्ञान की पकड से बच नहीं सकता।

डा शरण ने इस शुभ अवसर परअवसर पर एस पी ऊधमसिंह नगर डा सुरेश, संजय जोशी, तथा डी आइ जी कुंमाऊं को प्रतिक चिन्ह देकर सम्मानित किया। तथा कुंमाऊं डी आई जी साहब ने फोंरेंसिक लैब की पूरी टीम को प्रशस्त्ति पत्र देकर सम्मानित किया और सभी प्रशिक्षुओं लैब के संयुक्त निदेशक को सफल कार्यशाला के लिए शुभकामनाएं दी ।इस अवसर पर डा इन्द्रा राजेश ,डा रेनू शरण, वरिष्ठ वैज्ञानिक भूपेन्द्र तिवारी, विष्लेश्क रतन सिंह राणा, नरेंद्र वोरा महेश चंद्र जोशी, पुनिता वलोदी, दीपक शर्मा, लता जोशी, मनीष विष्ट, मनीष मेहरा, हेमंत टम्टा भगवत सिंह तथा समस्त स्टाफ मौजूद रहे।

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