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पुलिस के अत्याचार से पीड़ित होकर व्यक्ति ने लगाई फांसी

युवक ने पेड़ पर फांसी लगाकर की आत्म हत्या।

पुलिस की प्रताड़ना से छुब्द होकर उठाया आत्मघाती कदम।

मृतक जे शरीर पर थे डंडो के निशान, टूटी थी दाहिने पैर की ऊँगली।

प्रदेश महामंत्री रामप्रताप चौहान ने की स्वजनो से बात, अधिकारियो से की पीड़ित को न्याय दिलाने की मांग।

छेत्रिय बिधायक डॉ धर्मपाल ने परिजनों को बँधाया ढाढ़स।

बरहन। बरहन के रुपधानु गाँव के एक 45 वर्षीय युवक ने अपने खेत पर जाकर फंदा लगाकर आत्म हत्या करली, सुबह लोगों को जानकारी होने पर परिजन पहुचे। परिजनों ने सदावाद की पुलिस द्वारा मृतक को जबरन लेजाकर पीटने का आरोप लगाया है। डीसीपी घटना स्थल पर पहुचे और स्वजन, व ग्रामीणों को समझाया, आरोपी दरोगा के खिलाफ कार्यवाही के अस्वासन के बाद शब को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
मामला शुक्रवार देर रात्रि का है। संजय सिंह (45) पुत्र सुनहरी लाल अपने खेतोँ पर सोने के लिए गए थे। प्रतिदिन की तरह संजय के पिता सुनहरी वहा सो रहे थे। संजय ने करीब 9 बजे उन्हें घर भेज दिया और खुद खेतोँ पर सो गए। सुबह करीब 8 बजे रुपधनु निवासी संजू सविता अपने खेतो पर मूंग काटने गए थे तभी उन्हें पेड़ पर किसी का शव लटका दिखाई दिया। पास जाकर देखा तो वह संजय का शव था। इसकी जानकारी संजू ने परिजनों को दी। परिजनों के साथ ग्रामीण भी घटना स्थल पर पहुंच गए। मृतक के भाई प्रमोद ने बताया कि संजय का साला लक्ष्मण निवासी नगला कांश इटावा सदावाद की एक लड़की को कुछ दिन पहले भगा ले गया था। सदावाद थाने मे तैनात दरोगा हरिओम 9 जून को संजय को घर से उठा ले गया था। जिसे दो दिन थाने मे रखा और जमकर मारपीट की गई। उससे दरोगा हरिओम ने छोड़ने के बदले एक लाख रूपये की मांग की, उसके बाद उसका शान्ति भंग मे चालान कर उसे छोड़ दिया। 11 जून की रात्रि को संजय केभाई प्रमोद और भतीजे प्रवीण (16) को दरोगा घर से उठा ले गया,उसके साथ भी मारपीट की उन्हें 13 जून को रात्रि मे लेनदेन की बात कर छोड़ दिया गया। संजय ने दरोगा को दो किस्तों मे पैसे देने की बात कही, दरोगा हरिओम ने पैसे नहीं देने पर उसे गंभीर धाराओं मे जेल भेजने की बात कही। संजय को शनिवार को 50 हजार रूपये दरोगा को पहुंचने थे। उसके पास पेसो का इंतजाम नहीं हो पाया कयास लगाया जा रहा है इसी के चलते उसने आत्म हत्या की है।
मृतक संजय के पास तीन बच्चे है, वह आगरा मे मजदूरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। उनकी पत्नी की 10 वर्ष पूर्व मृत्यु हो चुकी है। बड़ी लड़की रसना की शादी हो चुकी है। 13 वर्ष की मुलु और 11 वर्ष के हिमांशु से पिता का साया हट गया।
दरोगा के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने पर डटे रहे ग्रामीण और स्वजन।

संजय की मौत की सुचना पर इसीपी एत्मादपुर सुकन्या शर्मा 9 बजे घटना स्थल पर पहुंच गई, उन्होंने परिजनों को समझने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने बॉडी को पेड़ से नहीं उतरने दिया। एक ही जिद थी कि सादाबाद से बड़े अधिकारी नहीं आएंगे तब तक वह लाश से किसी को हाथ नहीं लगाने देंगे। करीब 12 बजे DCP केशव चौधरी, इसीपी हाथरस अशोक कुमार, सीओ सिटी हाथरस राम प्रवेश राय, मोके पर पहुंच गए उन्होंने परिजनों को निष्पक्ष जाँच कराकर दोषी दरोगा के खिलाफ कार्यवाही का अस्वसन दिया उसके बाद शव का पंचनामा भरकर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।

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