
*युवक की मौत पर नाराज परिजनों ने की अस्पताल में की तोड़फोड़, परिजनों ने डाक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप*
मामला महोबा जिले के चरखारी का है जहाँ 4 सितम्बर को रात करीब 3 बजे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चरखारी में हंगामा खड़ा हो गया, जब चारों तरफ अफरा तफरी के माहौल के बीच गाली गलौच तोड़फोड़ की घटनाओं से चिकित्सक’ चिकित्सीय स्टाफ सहित मौजूद मरीज सकते में आ गये। हंगामा एक युवक की अचानक हुई मौत को लेकर खड़ा हुआ जहां परिजनों ने डाक्टर के देरी से आने का आरोप लगाया वहीं डाक्टर ने मरीज के पहले से ही मृत अवस्था में अस्पताल आने के बाद परिजनों द्वारा उपद्रव मचाते हुए मारपीट’ तोड़फोड़ व गाली गलौच करने का आरोप लगाते हुए थाना चरखारी में प्रथम सूचना दर्ज करायी है वहीं मृतक के परिजनों ने समाधान दिवश में डयूटी डाक्टर प्रभारी सीएमएस डा.विनय पटेल के विरुद्ध प्रार्थनापत्र देकर कार्यवाही की माँग की,
विवरण में मिली जानकारी के अनुसार पवन उम्र 20 वर्ष पुत्र बाबूलाल कुशवाहा निवासी शेखनफाटक की अचानक रात में तबियत खराब हो गयी। परिजन उसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चरखारी लेकर पहुंचे जहां चिकित्सक ने परीक्षणोपरान्त उसे मृत घोषित कर दिया। जैसे ही युवक की मौत की सूचना परिजनों की हुई तभी हंगामा शुरू हो गया। परिजनों द्वारा इलाज में देरी का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने इलाज में देरी एवं हीला हवाली का आरोप लगाया वहीं इमरजेंसी डयूटी पर तैनात चिकित्साधीक्षक डॉ० विनय पटेल ने बताया कि रात्रि 2.51 पर युवक को उनका चाचा बालकिशुन लेकर आया तथा 2.53 पर युवक की जांच की गयी तो वह मृत पाया गया जबकि परिजनों ने आरोप लगाया कि वह लोग मरीज को जीवित हालत में दो बजे रात में लाये थे सही समय पर डाक्टर द्वारा ईलाज ना किये जाने से पवन की मौत हो गयी हंगामा होते देख डाक्टर ने पुलिस को सूचना दी गयी तथा रात में ही पुलिस मौके पर पहुंची। लेकिन इसके बाद भी परिजन शान्त नहीं हुए और सुबह परिजन युवक की लाश लेकर थाना पहुंच गए जहां प्रभारी निरीक्षक शशि कुमार पाण्डेय ने किसी तरह से मामले को शान्त करते हुए लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अस्पताल में हुए हंगामा की शिकायत डॉ० पटेल ने थाना चरखारी में दी है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया कि बालकिशन कुशवाहा, मरीज के अलावा एक महिला व तीन अन्य लोगों के साथ अस्पताल में आया था, जो अनावश्यक विवाद करते हुए उग्र हो गए तथा उनके व चिकित्सीय स्टाफ के साथ गाली गलौच करने लगे। सभी लोग जान बचाकर भागते फिरे और वह स्वयं अपने आवास में घुस गए लेकिन आरोपीगण वहां भी पहुंच गए तथा दरवाजों को तोड़ने का प्रयास किया। आवास की खिड़कियों पर पत्थर मारे’ अस्पताल के मुख्य दरवाजा’ इमरजेंसी दरवाजा’ ओपीडी रूम के दरवाजा को भी तोड़ा गया। इसके अलावा अन्य चिकित्सीय स्टाफ के दरवाजों पर भी लातें मारते हुए तोड़ने का प्रयास आरोपियों द्वारा किया गया। पुलिस को बालकिशन’, एक महिला सहित तीन अन्य अज्ञात के विरूद्ध थाना चरखारी में तहरीर दी है,
जबकि मृतक के पिता बाबूलाल ने लिखित तहरीर देकर बताया कि मेरे पुत्र पवन की मृत्यु डा.विनय पटेल द्वारा समय से इलाज एवं ना देखने व लापरवाही बरतने के कारण मृत्यु हुयी है,
खबर लिखे जाने तक डा.विनय पटेल की तहरीर पर मृतक के परिजनों पर मुकदमा लिखा जा चुका है।
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